कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में कड़ाके की ठंड को देखते हुए नगर पालिका ने शहर के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों—बस स्टैंड, कुमार चौक, नगरपालिका कॉम्प्लेक्स और जिला अस्पताल परिसर—में कई दिन पहले अलाव कुंड बनवाए थे। ठंड से बचाव के लिए यह व्यवस्था की गई थी ताकि रात के समय यात्रियों, मरीजों के परिजनों और जरूरतमंद लोगों को राहत मिल सके।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि कई दिन बीत जाने के बाद भी इन अलाव कुंडों में एक बार भी आग नहीं जलाई गई*। बस स्टैंड और जिला अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थानों पर सबसे पहले अलाव जलना चाहिए था, क्योंकि यहां लोग देर रात तक आते-जाते रहते हैं।
स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब ठंड में राहत देने का उद्देश्य ही पूरा नहीं हो रहा, तो आखिर इन अलाव कुंडों का निर्माण क्यों कराया गया? नगर पालिका की यह लापरवाही समझ से परे है और यह साबित करती है कि कागज़ी तैयारी तो हो जाती है, लेकिन जमीनी स्तर पर व्यवस्था ठिठुरती ही रह जाती है।
लोग मांग कर रहे हैं कि नगर पालिका तुरंत अलाव व्यवस्था शुरू करे, वरना कठोर ठंड में आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

