लाखों रुपए का शहरी गौठान बना कचरा डंपिंग सेंटर, घायल गौवंश की मौत के बाद नगर पालिका पर उठे सवाल"


कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगर पालिका की घोर लापरवाही सामने आई है। नगर पालिका द्वारा तलवापारा में लगभग 40 से 50 लाख रुपए की लागत से बनाए गए शहरी गौठान को कचरा डंपिंग सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। गौठान का उद्देश्य था कि सड़क हादसों में घायल और बेसहारा गाय-बैलों को यहां सुरक्षित रखा जा सके, उन्हें चारा-पानी उपलब्ध कराया जा सके और उनकी देखभाल हो सके। लेकिन नगर पालिका की अनदेखी से यहां कचरे के बड़े-बड़े ढेर लगे हैं।

वर्तमान में यहां चार से पांच घायल गौवंश रखे गए हैं। इनकी चारा-भूसा और पानी की व्यवस्था नगर पालिका की बजाय स्थानीय लोगों के सहयोग से की जा रही है। कचरे की वजह से गौठान में आवारा कुत्तों और जंगली जानवरों का जमावड़ा लग रहा है।



सप्ताहभर पहले सड़क हादसे में घायल एक बैल को यहां लाया गया था। लेकिन कचरे के ढेर से आकर्षित जानवरों के झुंड ने बैल पर हमला कर उसके दोनों पैर खा लिए, जिसके बाद उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

गौसेवक अनुराग दुबे ने बताया कि उन्होंने कोरिया कलेक्टर को इस समस्या से अवगत भी कराया था और उन्होंने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दो महीने पहले गौठान की रिपेयरिंग और सफाई के लिए निर्देश दिए थे, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।


एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार पूरे प्रदेश में पुराने गौठानों को गौधाम में बदलने की तैयारी कर रही है, वहीं बैकुंठपुर नगर पालिका का यह शहरी गौठान लापरवाही और गंदगी का अड्डा बन चुका है। अब देखना होगा कि प्रशासन कब इस पर ध्यान देता है और गौठान को उसकी मूल भूमिका में बहाल करता है।

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