आपने घटिया निर्माण का नाम सुना होगा लेकिन आज हम आपको घटिया मरम्मत की तस्वीर दिखाएंगे
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर की जीवनदायिनी गेज नदी पर बना नया पुल, जिसका निर्माण महज़ 8- 9 महीने पहले ही हुआ था, अब फिर से खराब हालत में है। पुल के जॉइंट्स पर जगह-जगह गड्ढे बन गए थे, विस्तार न्यूज पर खबर दिखाने के बाद विभाग की नींद टूटी थी और आनन फानन में पुल की मरम्मत कराई थी।
लेकिन विभाग की यह मरम्मत महज़ औपचारिकता साबित हुई। मरम्मत के दौरान घटिया मटेरियल का इस्तेमाल किया गया और लीपा-पोती करके गड्ढों को भर दिया गया। नतीजा यह हुआ कि मरम्मत के सिर्फ एक महीने के भीतर ही पुल के जॉइंट्स पर दोबारा गड्ढे उभर आए हैं। यह स्थिति अब किसी भी बड़े हादसे को न्योता दे रही है।
जिला प्रशासन की निगरानी भी पूरी तरह फेल
विडंबना यह है कि इसी पुल के बगल में अंग्रेजों के जमाने का पुराना पुल आज भी मजबूती से खड़ा है। उस पर न गड्ढे हैं और न ही पानी ठहरता है, जबकि नया पुल महज़ कुछ महीनों में ही जर्जर हालत में पहुँच गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन और विभाग की निगरानी पूरी तरह फेल साबित हो रही है। उनका आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी किसी बड़े हादसे के बाद ही जागेंगे।

